हिंदी साहित्य : MCQ Practice Quiz - 1
Hindi literature is an important topic to study for exams. In this post, we're sharing 25 multiple choice questions to help you practice. These questions are useful for many government exams like UPSC, SSC, Railway, Banking, Patwari and more. General Knowledge is a key part of these exams, so it's good to practice. We have GK questions in both Hindi and English. The online quizzes include questions that have been asked in past government exams, so it's a good idea to practice at least one set of questions each day. You can also find other subjects' questions and answers in a similar format from Tutorial Hindi.
1. तुलसीदास की भक्ति किस भाव की है?
2. रामाश्रयी शाखा के प्रतिनिधि ग्रंथ ’रामचरितमानस’ की रचना महाकवि तुलसीदास ने कब की?
3. ’’साखी सबदी दोहरा, कवि कहिनी उपखान भगति निरूपहिं भगत कलि, निंदहिं वेद पुरान।’’ किस कवि की पंक्तियाँ हैं?
4. निम्न में से सूफी संप्रदाय नहीं है –
5. ’’तुलसी का सारा काव्य समन्वय की विराट चेष्टा है।’’ इस वक्तव्य के रचयिता हैं ?
6. नरसिंह को ईश्वर का प्रमुख अवतार मानने वाले भक्त कवि हैं –
7. ’तिरुप्पावै’ किसकी रचना है?
8. ’पद्मावत’ में जायसी के गुरु का नाम बतलाया है-
9. श्री संप्रदाय के आराध्य थे –
10. किस संप्रदाय में मुक्ति का कोई स्थान नहीं है –
11. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने प्रेमाश्रयी काव्यधारा का प्रथम कवि माना है –
12. स्वामी हरिदास अकबर के नवरत्नों में से किसके गुरु थे –
13. शुद्धाद्वैतवाद के प्रणेता हैं –
14. ’युगल शतक’ ग्रंथ के रचयिता हैं –
15. भक्तिकाल के प्रसिद्ध रीति निरूपक ग्रंथ ’रासपंचाध्यायी’ के लेखक हैं –
16. हिंदी भक्तिकाल को बौद्ध धर्म से प्रभावित मानने वाले समीक्षक हैं –
17. प्रथम सूफी प्रेमाख्यानक काव्य माना जाता है –
18. महाभारत कथा, स्वर्गारोहण, रूक्मणी मंगल, स्नेहलीला आदि ग्रंथों के रचनाकार हैं –
(
19. वारकरी संप्रदाय के प्रवर्तक हैं –
20. रसखान को दीक्षित करने वाले गुरु थे –
21. हजारी प्रसाद द्विवेदी के अनुसार प्रथम सूफी रचना है –
22. किसकी भाषा को ’अवधी की अरघान’ कहा गया है –
23. ’ललित संप्रदाय’ के प्रवर्तक हैं –
24. आधुनिक काल की अवधी रचना ’कृष्णायन’ के अवधी कवि हैं –
(स) तुकाराम
25. आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने ’रसिक संप्रदाय’ का प्रवर्तक किसे माना है –
0 टिप्पणियाँ