Hindi Kavita: हेेलों दोस्तों,
आपका Tutorial Hindi में स्वागत है। आज मेरे द्वारा मेरी लिखी कविताएँँ के अंतर्गत देखता हूँ आपके समक्ष प्रस्तुत की गई है। इस कविता का आनंद ले तथा हमें और ऐसी ही कविता का लिखने के लिये प्रेरित करें।
देखता हूँ, उसके खतों को
आँसू से नम होते हुए।
देखता हूँ, अपनी साँसों को
मुर्दा देह में धड़कते हुए।
देखता हूँ, पूरी कायनात को
चार दिवारी में बंद किये।
देखता हूँ, अपने आप को
तेरी यादों में तड़पते हुए।
आओ बुझा दो इसे,
जो दीपक जल रहा हैं।
मैं अब सोना चाहता हूँ,
तेरी बाहों में मरते हुए...।।
Hindi Kavita: dekhata hoon। हिंदी कविता: देखता हूँ
dekhata hoon, apanee saanson ko
murda deh mein dhadakate hue.
dekhata hoon, pooree kaayanaat ko
chaar divaaree mein band kiye.
dekhata hoon, apane aap ko
teree yaadon mein tadapate hue.
aao bujha do ise,
jo deepak jal raha hain.
main ab sona chaahata hoon,
teree baahon mein marate hue.....
मेरे द्वारा लिखी गई यह कविता आपकों कैसी लगी। कृपया अपने विचार comment करने हमें और अपने साथियों तक इसे अवश्यक पहुंचाए।
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