Hindi Kavita: हेेलों दोस्तों,
आपका Tutorial Hindi में स्वागत है। आज मेरे द्वारा मेरी लिखी कविताएँँ के अंतर्गत निःशब्द हूँ, मैं आपके समक्ष प्रस्तुत की गई है। इस कविता का आनंद ले तथा हमें और ऐसी ही कविता का लिखने के लिये प्रेरित करें।
निःशब्द हूँ, मैं
कुछ बोल नहीं पा रहा हूँ
कभी मेरे पास भी
एक दिल हुआ करता था।
फ़िर तुम आई और मेरा दिल चुरा लिया
निःसहाय, निर्दयी, निर्ममता से, तुमनें उसे तोड़ दिया।
बिन दिल के भला, मैं कैसे जी रहा हूँ
ख़ुदा क़सम, मैं सच बोल रहा हूँ
माफ़ कर देना उसे, ये मोहब्बत के चाहने बालों
वो अभी भी मुझसे प्यार करती होगी
टूटे दिल के टुकड़े को बटोरती होगी
कोई ग़िला-शिक़वा नहीं उससे
शायद, मेरा दिल ही नाज़ुक होगा
उस हत्यारें को, किसी ने नहीं देखा होगा।
Hindi Kavita: nihshabd hoon, main। हिंदी कविता: निःशब्द हूँ, मैं
nihshabd hoon, main
kuchh bol nahin pa raha hoon
kabhee mere paas bhee
ek dil hua karata tha.
fir tum aaee aur mera dil chura liya
nihsahaay, nirdayee, nirmamata se, tumanen use tod diya.
bin dil ke bhala, main kaise jee raha hoon
khuda qasam, main sach bol raha hoon
maaf kar dena use, ye mohabbat ke chaahane baalon
vo abhee bhee mujhase pyaar karatee hogee
toote dil ke tukade ko batoratee hogee
koee gila-shiqava nahin usase
shaayad, mera dil hee naazuk hoga
us hatyaaren ko, kisee ne nahin dekha hoga.
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