Hindi Kavita: हेेलों दोस्तों,
आपका Tutorial Hindi में स्वागत है। आज मेरे द्वारा मेरी लिखी कविताएँँ के अंतर्गत तेरा रंग आपके समक्ष प्रस्तुत की गई है। इस कविता का आनंद ले तथा हमें और ऐसी ही कविता का लिखने के लिये प्रेरित करें।
रंग दिया है तूने मुझे
बुरा नहीं मानूँगा
क्योंकि होली है,
खेलना मैं नहीं चाहता
रंगों के रंग में
रंगना नहीं चाहता
जिंदगी के जितने रंग
तूने मुझ पर रंगे है
मैं चाहता इन्हें, पर इससे
किसी और को रंगना
नहीं चाहता ।
Hindi Kavita: Tera rang। हिंदी कविता: तेरा रंग
rang diya hai toone mujhe
bura nahin maanoonga
kyonki holee hai,
khelana main nahin chaahata
rangon ke rang mein
rangana nahin chaahata
jindagee ke jitane rang
toone mujh par range hai
main chaahata inhen, par isase
kisee aur ko rangana
nahin chaahata .
मेरे द्वारा लिखी गई यह कविता आपकों कैसी लगी। कृपया अपने विचार comment करने हमें और अपने साथियों तक इसे अवश्यक पहुंचाए।
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